मेरी दोस्ती का फ़ायदा मत उठा लेना
क्योंकि मेरी दुश्मनी का नुक्सान सह नहीं पाओगे
तेरी मेरी जोड़ी नहीं बनेगी डार्लिंग
क्योंकि जिस एटीट्यूड की तू बात करती है
उस से ज्यादा वजन दर तो हम जूते पहनते हैं
सोचता हु कि अब तेरे दिल में उतर कर देखु
कोन है जो मुझे तेरे दिल में बसने नहीं देता
उसका रूप भले ही लाखों में एक हो पर
मेरा कमीनापन भी करोडो में एक है
रेगिस्तान भी हरे हो जाते है
जब अपने भाई साथ खड़े हो जाते है





2 Comments
काश ! वो मेरे लिए खुद को कुछ इस तरह से सजा के आए,
ReplyDeleteहोंठो पर हल्की लाली और माथे पर लाल बिंदिया लगा के आए ।।
Gjb Bhai
Deleteदोस्तों कमेंट करके बताये कैसी लगी शायरी !