इश्क़ सभी को जीना सीखा देता है

 जो लूट के भी आबाद रहे 
प्यार वही है 
जो भूल के भी याद रहे 
प्यार वही है 
सांसों की डोर जाने कहाँ टूट जाये कब
जो तेरे मेरे बाद रहे प्यार वही है। 



किसी ने आना भी चाहा 
तो भगा दिया हमने 
बसा के तुमको दिल में 
कर्फ्यू लगा दिया हमने ||



कोई भी ऐसा लम्हा नहीं है 
जिसमे मेरे तू होता नहीं है।। 


इश्क़ सभी को जीना सीखा देता है 
वफ़ा के नाम पर मरना सीखा देता है। 
इश्क़ नहीं किया तो करके देखों 
जालिम हर दर्द सहना सीखा देता है।। 


मुस्कुराते पलकों पलकों पे सनम चले आते है 
आप क्या जानो, कहाँ से हमारे ग़म आते है। 
हम आज भी उसी मोड़ पर खड़े हैं
जहाँ किसी ने कहा था, ठहरो हम भी आते हैं।। 



सुहाना मौसम और हवा में नमी होगी  
आशुओं की बहती नदी होगी |
मिलना तो हम तब भी चाहेंगे तुमसे 
जब आपके पास वक़्त और
हमारे पास सांसों की कमीं होगी ||


मेरी यादों में तुम हो
या मुझमें ही तुम हो 
ख्यालो में तुम हो 
या मेरा ख्याल ही तुम हो 
मेरा दिल धड़क धड़क के पूछे 
बार बार एक ही बात 
मेरी जान में तुम हो 
या मेरी जान ही तुम हो।। 


आपकी आँखें ऊँची हुई तो दुआ बन गई 
नीची हुई तो हया बन गई। 
जो झुक  कर उठी तो खता बन गई 
और उठ कर झुकी तो अदा बन गई।। 


ख्वाइश तो यही है की तेरे बाँहों में पनाह मिल जाये 
शमा खामोश हो जाये और शाम ढल जाये। 
प्यार इतना करें कि अमर हो जाये 
और तुम्हारी बाँहों से हटने से पहले रात हो जाये।। 



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